नेशनल हैन्डीकैप्ड फाइनैंस एंड डेवलपमेंट कोर्पोरेशन (एन एच एफ डी सी) की स्थापना सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 24 फरवरी, 1997 को की गई थी। कम्पनी, कम्पनी अधिनियम, 1956, अनुच्छेद-25 के तहत पंजीकृत है तथा ये गैर-लाभ वाली कम्पनी है। यह भारत सरकार द्वारा पूर्णतया स्वामित्व वाली कम्पनी है और इसकी प्राधिकृत अंश पूंजी 400 करोड़ रुपये (चार सौ करोड़ रुपये केवल) है। कम्पनी निदेशकों के बोर्ड द्वारा प्रबंधित की जाती है जो भारत सरकार द्वारा नामांकित किये जाते है। उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों के लाभार्थ आर्थिक विकास क्रियाकलापों को बढ़ावा देना। विकलांग व्यक्तियों के लाभ/आर्थिक पुनर्वास के लिए अन्य उपक्रमों एवं स्वरोजगार को प्रोत्साहन देना। उन विकलांग व्यक्तियों को ऋण प्रदान करना जो व्यवसायिक पुनर्वास स्व:रोजगार के लिए व्यसायिक/तकनीकी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। उत्पादन इकाईयों के पर्याप्त एवं दक्ष प्रबंधन के लिए विकलांग व्यक्तियों के तकनीकी एवं उद्यमीय कौशल के उन्नयन में सहायता प्रदान करना। तैयार माल के लिए विकलांग व्यक्तियों की मदद करना।
भारतीय कृत्रिम अंग विनिर्माण निगम (एलिमको), कानपुर, उत्तरप्रदेश कृत्रिम अंगों, सहयंत्रों और उनके घटकों का निर्माण करती है और विकलांग जनों, अस्पतालों और अन्य पुनर्वास संस्थाओं को वहनीय लागत पर उनकी उपलब्धता, आपूर्ति और वितरण का संवर्धन करता है। एलिमकों एक प्रमुख संगठन है ओर विकलांग व्यक्तियों के लिए कृत्रिम अंगों, इसके भागों और पुनर्वास उपकरणों का सबसे बड़ा विनिर्माता है।
एलिमकों के उत्पादों में ऑर्थासेस, प्रौस्थेसिस कृत्रिम अंग ऊपरी और नीचे की एक्सट्रिमिटिज,रीढ़ हड्डी ब्रेसिज़, ट्रक्सनकिट, व्हील चेयर, बैसाखी, तीन पहिया वाहन और विशेष उपकरणों और अंग फिटिंग केन्द्र द्वारा ऑर्थोथेटिक एसेंबली र्धारण करनेके लिए आवश्यक फिटिंग सेंटर आदि शामिल हैं। एलिमको के उत्पाद देश भर में भुवनेश्वर, जबलपुर और बंगलोर स्थित इसके वितरण केन्द्रों, डीलर नेटवर्क राष्ट्रीय संस्थान, गैर सरकारी संगठनों इत्यादि के माध्यम से वितरित किए जाते हैं।
एलिमको को भारत सरकार के साथ अमेरिका, ब्रिटेन स्वीडेन, स्वीटजरलेंड और जर्मनी के सरकार के साथ किए गए द्विपक्षीय समझौतों के तहत प्राप्त गिफ्ट कार्गो की देखरेख के लिए नोडल एजेंसी की भूमिका निभाने का भी कार्य सौंपा गया है।
अंतिम नवीनीकृत : 15-05-2015